जागो भारत जागो
हमें गुलाम इंडिया नहीं
"आज़ाद हिन्द" अर्थात "स्वतंत्र भारत" चाहिए
"आज़ाद हिन्द" अर्थात "स्वतंत्र भारत" चाहिए
आज़ादी के समय, मीडिया की चाटुकारिता ने गाँधी और नेहरू की कभी पोल नहीं खोली. लेकिन आज सच छुपाये नहीं छुप रहा. आज यूट्यूब और गूगल ने नेहरू और गाँधी की पोल खोल कर रख दी है. यूट्यूब पर ऐसे कई वीडियोस वायरल हुए हैं, जो पूरे सबूतों के साथ इनके नंगे सच उजागर कर रहे हैं. जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्त्व में आज़ाद हिन्द फ़ौज के सैनिक फिरंगी सेना के दांत खट्टे करते हुए अपनी जान पर खेल रहे थे, तब तथाकथित महात्मा, गाँधी पराई स्त्रियों के साथ निर्वस्त्र विचरण कर, सोकर औरवीभत्स हरकतों को ब्रह्मचर्य प्रयोग का नाम दे रहे थे, इन दुष्कृत्यों का खुलासा स्वयं मनु बेन की डायरी से होता है. नेहरू और उसके खानदान के तो लगभग सभी कृत्य राष्ट्रविरोधी हैं, जिसने गाँधी के कंधे पर बन्दूक रखकर हिन्दू राष्ट्र और हिन्दू संस्कृति का विनाश करने के सारे प्रयास किये, और भारतीय जनता की अनभिज्ञता के कारण वह अनेक हिन्दू संस्कृति विध्वंसक कार्यों में सफल भी हो गया. ब्रिटिश शासन ने नेताजी की सेना के हाथों सत्ता खोने के डर से नेहरू जैसे चाटुकार को देश सौंप दिया.वीर भगत सिंह व उनके सहयोगियों ने स्वतंत्र देश के स्वप्न को पूरा करने के लिए न केवल प्रयास किया, वरन उन्होंने स्वतंत्र भारत के संविधान की रूपरेखा भी तैयार कर ली थी. परन्तु फिरंगियों और उनके चाटुकार भारतीयों ने उन स्वप्नों को ध्वस्त कर दिया. उनके लेख नष्ट कर दिए गए. और अब नेहरू के चापलूस कहते हैं, की भगत सिंह ने जनता को नेहरू का अनुसरण करने के लिए कहा था. पर अब वीडियो वायरल हो रहे हैं कि इन ब्रिटिश चाटुकारों को देश चलाने के लिये ९० साल की लीज़ पर दे दिया गया था. अगर ये सच है तो क्यों नहीं हम सच्ची स्वतंत्रता को अपना लेते, सुभाष चंद्र बोस जी के "आज़ाद हिन्द" के स्वप्न को सच कर लेते. क्योंकि फिरंगियों ने इंडिया, अपने चापलूसों को लीज़ पर दिया था, सनातन भारत नहीं.
जागो भारत जागो हमें गुलाम इंडिया नहीं, "आज़ाद हिन्द" अर्थात "स्वतंत्र भारत"चाहिए
इंदौर के विख्यात देवी अहिल्या विश्व विद्यालय ने यही प्रयास जनता के मध्य लाने का प्रयास किया है, उन्होंने एक आवेदन पर जनता के हस्ताक्षर कर प्रधानमंत्री को सौपने का निश्चय किया है, कि भारत को केवल भारत नाम से जाना जाये, न कि राष्ट्र विरोधियों द्वारा दिए गए सम्बोधनों इंडिया और हिन्दुस्तान के द्वारा.
कृपया जन जागृति में सहयोग अपेक्षित है.
भारतीय
कृपया जन जागृति में सहयोग अपेक्षित है.
भारतीय
Courtesy
1) https://www.youtube.com/watch?v=XadCAC3jMkw
2) https://www.youtube.com/watch?v=GA2yU2f3vpY
3) https://www.youtube.com/watch?v=gaiAgGXsXu4
4) https://www.youtube.com/watch?v=gaiAgGXsXu4
http://www.dauniv.ac.in/notices/News280219.pdf
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